Arunima Sinha Biography : यह कहानी हैं, एक ऐसी जिद्दी लड़की की जिसका एक भयानक हादसे में अपने पैर कट जाने के बाद एम्स हॉस्पिटल में एडमिट होते हुए। अरुणिमा सिन्हा ने दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवेरस्ट को फ़तेह करने का निर्णय लिया, यह एक ऐसा निर्णय था जिसने सबको चौका दिया, जहा एक अच्छे व फिट इंसान माउंट एवेरस्ट की चढाई में ढेर हो जाते है, और यहाँ एक पैर से विकलांग जिद्दी लड़की जिसको माउंट एवेरस्ट किसी भी हाल में चढ़ना था। जहा डॉक्टर ने बताया की नार्मल इंसान को नकली पैरो के साथ चलने में 2 से 3 साल लग जाते है।
वही अरुणिमा सिन्हा ने डॉक्टर की इस बात को गलत साबित करके माउंट एवेरस्ट पर चढ़कर इतिहास रच दिया।आज के इस लेख में Arunima Sinha story, Biography, Family & More व अरुणिमा सिन्हा के जीवन के हर एक पहलु को समझाने की कोशिस की जाएगी। यह कहानी आपके अन्दर एक नही ऊर्जा पैदा करेगी जो आपको अपने लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित करेगी, तो बने रहे अंत तक।
Arunima Sinha Biography
पूरा नाम | अरुणिमा सिन्हा |
वास्तविक नाम | सोनू सिन्हा |
प्रसिद्ध | माउंट एवेरस्ट पर चढ़ने वाली विश्व की प्रथम विकलांग महिला |
व्यवसाय | वॉलीबाल राष्ट्रीय स्तर खिलाड़ी, पर्वतारोही |
जन्मस्थान | पांडा टोला सहजादपुर, अम्बेडकर नगर, उत्तर प्रदेश |
जन्म तिथि | 20 जुलाई 1989 |
आयु (2024) | 35 वर्ष |
नागरिकता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
जाति | कायस्थ |
गृहनगर | अकबरपुर ,अम्बेडकर नगर, उत्तर प्रदेश |
शैक्षणिक | योग्यता |
विद्यालय | अकबरपुर के किसी स्कूल से |
कॉलेज | गवर्नमेंट गर्ल्स इंटर कॉलेज, अकबरपुर, उत्तरप्रदेश ( ग्रेजुएशन) |
कॉलेज | नेहरु इंस्टिट्यूट ऑफ़ माउंटऐनीरिंग उत्तराखण्ड |
संपूर्ण शैक्षणिक योग्यता | समाज शास्त्र से मास्टर डिग्री, एलएल.बी, डॉक्टरेट, माउंटऐनीरिंग |
पारिवारिक | विवरण |
पिता | will Update soon |
माता | ज्ञान बाला सिन्हा |
भाई | ओमप्रकाश सिन्हा |
बहन | लक्ष्मी सिन्हा |
पति | गौरव सिंह |
शारीरिक | संरचना |
ऊंचाई | 5 फिट 2 इंच |
वजन | 62 किलोग्राम |
आँखों का रंग | काला |
बालो का रंग | काला |
Arunima Sinha Age
अरुणिमा सिन्हा का जन्म उत्तरप्रदेश के पांडा टोला साहाजादपुर, में 20 जुलाई 1989 को हुआ था, अरुणिमा सिन्हा की उम्र 2024 के अनुसार 35 वर्ष हैं।
Arunima Sinha Education Qualification
अरुणिमा सिन्हा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अम्बेडकर नगर उत्तरप्रदेश से ही पूर्ण की और ग्रेजुएशन गवर्नमेंट गर्ल्स इंटर कॉलेज अकबरपुर, उत्तरप्रदेश से पूरा किया। व अरुणिमा सिन्हा की शैक्षणिक योग्यता कुछ इस प्रकार हैं, समाज शास्त्र से मास्टर डिग्री, नेहरु इंस्टिट्यूट ऑफ़ माउंटऐनीरिंग उत्तराखण्ड से माउंटऐनीरिंग का पाठ्यक्रम पूर्ण किया और एलएल.बी व डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की हैं।
Arunima Sinha Accident
12 अप्रैल 2011 अरुणिमा की जिन्दगी का वो मनहूस दिन जिस दिन अरुणिमा लखनऊ से दिल्ली के लिए पद्मावती एक्सप्रेस से रवाना हुई। ट्रेन का सफ़र काफी अच्छा चल रहा था, पर थोड़ी देर बाद कुछ बदमाशों की नजर अरुणिमा के गले में पहनी सोने की चैन पर पढ़ती हैं,। जिसे व हासिल करना चाहते थे, बदमाशो ने अरुणिमा के साथ छिना झपटी शुरू कर दी, अरुणिमा ने भी बिचबचाव करने का काफी प्रयास किया परन्तु बदमाशों ने अरुणिमा को ट्रेन से बहार फेक दिया।
उस दिन अरुणिमा का समय भी बुरा था, जैसे ही अरुणिमा निचे गिरी वह खुद को संभाल पाती उससे पहले ट्रेन अरुणिमा के पैर से होकर गुजर गई, अरुणिमा काफी चिलाती रही मदद की गुहार लगाती रही, परन्तु कोई मदद के लिए नही आया, फिर 7-8 घंटे के बाद अरुणिमा पर किसी गाँव वाले व्यक्ति की नजर पढ़ी, जिसके बाद अरुणिमा को वहा की जिला अस्पताल ले जाया गया।
जिसके बाद बहा पर अरुणिमा का प्राथमिक उपचार हुआ और जैसे ही वहाँ के डॉक्टर को पता चला की अरुणिमा राष्ट्रीय स्तर की ख़िलाड़ी है, तो डॉक्टरों ने अरुणिमा को Delhi Aims में रेफर कर दिया। एम्स में अरुणिमा को एक कृत्रिम पैर लगाया गया और दुसरे पैर में रॉड लगाई गई, फिर अरुणिमा को 4 महीने बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
Arunima Sinha Story
ऐसी घटना हो जाने पर जहा लोग अपने जीवन को ढंग से व्यतीत करने का सोचते है की कैसे उनका जीवन निकलेगा या कैसे वह एक कृत्रिम पैर के साथ खुद को संभालेंगे, वही अरुणिमा सिन्हा जिन्होंने विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढने का निर्णय लिया, यह निर्णय सुनकर सब हैरान हो गए, अरुणिमा सिन्हा के घर वालों ने अरुणिमा सिन्हा को समझा और मोटिवेट किया।
जिसके बाद अरुणिमा एम्स से निकलकर सबसे पहले जमशेदपुर पहुंची बछेंद्री पाल से मिलने, बछेंद्री पाल भी भावुक हो गई उनकी आँखों में भी आंसू आ गए, अरुणिमा ने बछेंद्री पाल को माउंट एवरेस्ट को फ़तेह करने का प्लान बनाकर बताया व मोटिवेट किया। अरुणिमा के घर के आलावा बछेंद्री पाल ही एक ऐसी सख्स थी जो अरुणिमा को समझकर अरुणिमा को मोटीवेट कर रही थी।
फिर अरुणिमा ने नेहरु इंस्टिट्यूट ऑफ़ माउंटऐनीरिंग उत्तराखण्ड से Mount Everest चढने की ट्रेंनिग पूर्ण की।
Arunima Sinha Mount Everest
अरुणिमा के साथ कुल 6 मेंबर थे जो माउंट एवेरस्ट के लिए रवाना हुए थे। जिसमे अरुणिमा सबसे तेज चल रही थी और सबसे आगे थी, अरुणिमा जैसे ही ब्लू बर्फ के पास पहुँची, अरुणिमा का आर्टिफिसियल पैर बार-बार फिसल रहा था, व अरुणिमा को काफी दर्द हो रहा था परन्तु अरुणिमा के सपने के आगे दर्द बहुत ही छोटा था, अरुणिमा धीरे धीरे बर्फ हटा रही थी, और आगे की और बढ़ रही थी।
अरुणिमा आगे बढ़ते- बढ़ते अपने केंप 3 तक पहुँच गई, केंप 3 के बाद साउथ कोल सबमिट की बारी थी। यह स्टेप पूरी करने में अच्छे अच्छे लोग धराशाई हो जाते हैं, इस स्टेप को सबमिट करना इतना आसान नही था, इस को पूरा करने के लिए अरुणिमा ने रात का समय चुना, क्योंकि रात के समय में मौसम थोडा ठंडा होता है, ताकि चढने में आसानी हो, जैसे ही अरुणिमा चलने लगी थोड़ी और आगे की और पहुँचने पर देखा की एक अधमरा व्यक्ति दर्द से जोर जोर से चिला रहा था।
क्योंकि उसकी ऑक्सीजन खत्म हो गई थी, अरुणिमा थोड़ी देर वहा रुकी और आगे बढने का निर्णय लिया, धीरे-धीरे और आगे बड़ी और आगे बढती ही रही, अपने खून पसीना बहाकर 52 दिनों की कठिन परिश्रम के बाद फ़ाइनली माउंट एवेरेस्ट को झुका कर अपनी विजय पताका फहरा दी और तिरंगे के साथ अपनी सेल्फी ले ही ली और एक नया इतिहास कायम कर दिया। व विश्व में अपना परचम लहरा दिया और माउंट एवेरेस्ट पर चढने वाली विश्व की पहली महिला बन गई।
Arunima Sinha Achievements
माउंट एवेरेस्ट पर फतेह करने के बाद अरुणिमा को बहुत से अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिसमे कुछ अवार्ड निम्नलिखित हैं- सुल्तानपुर रत्न अवार्ड, अम्बेडकर रत्न पुरुस्कार और पद्मम श्री अवार्ड से भी नवाजा गया हैं। अरुणिमा ने भारत के ही नही बल्कि विश्व के युवाओ के लिए भी एक प्रेरणा बन गई हैं, जो इतनी मुसीबतों का समाना करते हुए भी अपनी जिद्द के वजह से माउंट एवरेस्ट पर अपनी विजय पताका फहरा दिया ।
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Arunima Sinha Husband
अरुणिमा सिन्हा और गौरव सिंह ने एक होटल में 21 जून 2018 को शादी कर ली, अरुणिमा सिन्हा के पति गौरव सिंह ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाले शूटर हैं, शादी के बाद से गौरव सिंह और अरुणिमा सिंह साथ में निवासरत हैं ।
निष्कर्ष :-
आज के इस लेख में Arunima Sinha Biography व अरुणिमा सिन्हा की स्टोरी को समझाया, उम्मीद करता हूँ, की यह लेख आपको काफी ज्यादा पसंद आया होगा, और इस लेख से आपको काफी मोटिवेशन भी मिला होगा, आप भी इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करके उन्हें भी मोटिवेट करें, आप सभी साथियों का Biography Alerts के साथ जुड़े रहने के लिए धन्यवाद।